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सावन कब से शुरू है?
2025 में सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई (शुक्रवार) से शुरू होगा और 9 अगस्त (शनिवार, रक्षाबंधन) तक रहेगा। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व माना जाता है। sawan kab se start hai

सावन का महत्व: क्यों है यह महीना खास?
1. भगवान शिव का प्रिय महीना
पुराणों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब विष निकला था, तब भोले शंकर ने सृष्टि को बचाने के लिए उसे पी लिया था। यह घटना सावन के महीने में हुई थी, जिससे उनका गला नीला पड़ गया और वे “नीलकंठ” कहलाए। इसी वजह से सावन का महीना शिवजी को बेहद प्रिय है।
2. मनोकामना पूर्ति का समय
मान्यता है कि सावन में शिवजी की पूजा-आराधना और व्रत करने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
- अविवाहित कन्याएं अच्छे वर के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं।
- विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत करती हैं।
3. हरियाली और प्रकृति का उत्सव
सावन मानसून का महीना है, जो गर्मी से राहत देता है। चारों तरफ हरियाली छा जाती है, जो मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा देती है।
4. रुद्राक्ष का महत्व
इस महीने में रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि सावन में रुद्राक्ष की शक्ति बढ़ जाती है, जिससे मानसिक शांति और रोगों से मुक्ति मिलती है।
सावन 2025 के प्रमुख व्रत और त्योहार
सावन सोमवार व्रत तिथियाँ (2025)
- पहला सावन सोमवार: 14 जुलाई 2025
- दूसरा सावन सोमवार: 21 जुलाई 2025
- तीसरा सावन सोमवार: 28 जुलाई 2025
- चौथा सावन सोमवार: 4 अगस्त 2025
अन्य प्रमुख व्रत और त्योहार
तिथि | दिन | व्रत/त्योहार |
---|---|---|
12 जुलाई | शनिवार | जया पार्वती व्रत |
15 जुलाई | मंगलवार | नाग पंचमी (कृष्ण पक्ष) |
16 जुलाई | बुधवार | कर्क संक्रांति |
21 जुलाई | सोमवार | कामिका एकादशी |
22 जुलाई | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
23 जुलाई | बुधवार | सावन शिवरात्रि (कांवड़ यात्रा समापन) |
24 जुलाई | गुरुवार | हरियाली अमावस्या |
27 जुलाई | रविवार | हरियाली तीज |
29 जुलाई | मंगलवार | नाग पंचमी (शुक्ल पक्ष) |
31 जुलाई | गुरुवार | तुलसीदास जयंती |
5 अगस्त | मंगलवार | श्रावण पुत्रदा एकादशी |
6 अगस्त | बुधवार | प्रदोष व्रत |
8 अगस्त | शुक्रवार | वरलक्ष्मी व्रत |
9 अगस्त | शनिवार | रक्षाबंधन (सावन समापन) |
सावन में क्या करें? (शुभ उपाय)
✅ जलाभिषेक: शिवलिंग पर दूध, जल और बेलपत्र चढ़ाएं।
✅ रुद्राक्ष धारण करें: इससे मानसिक शांति मिलेगी।
✅ सोमवार व्रत रखें: फलाहार करके भगवान शिव की पूजा करें।
✅ ऊँ नमः शिवाय मंत्र जपें: इससे भक्ति बढ़ेगी।
✅ कांवड़ यात्रा (अगर संभव हो): गंगाजल लेकर शिव मंदिर जाएं।
निष्कर्ष
सावन का महीना भक्ति, व्रत और प्रकृति के उत्सव का समय है। इस दौरान भगवान शिव की आराधना करने से जीवन में सुख-शांति और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 2025 के सावन में इन पवित्र तिथियों का लाभ उठाएं और भोले बाबा का आशीर्वाद पाएं!
har har mahadev
Har Har Mahadev Vikas Ji